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Mar 10 2023, 16:04

उत्तराखंड के ऋषिकेश में 35वें अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव में दुनियाभर के 90 देशों के 1100 साधकों ने किया योग, सांस्कृतिक छटा भी दिखी

 ऋषिकेश में परमार्थ निकेतन में आयोजित 35वें अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव में 90 देशों के करीब 1100 साधकों ने योगाभ्यास किया। 25 देशों के 75 योगाचार्यों ने साधकों को विभिन्न योग क्रियाओं का अभ्यास कराया। महोत्सव में उत्तराखंड की सांस्कृतिक छटा भी देखने को मिली।

बृहस्पतिवार को आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव के दूसरे दिन शुक्रवार को यूएसए के गुरुशब्द सिंह खालसा ने कुंडलिनी साधना का अभ्यास कराया। अमेरिका की गुरमुख कौर खालसा ने बताया कि कैसे अपने अंदर सुरक्षा तलाशें, प्रसिद्ध किआ मिलर की ओर से हार्ट लोटस, पावर विन्यास, योगाचार्य आनंद मेहरोत्रा शक्ति को जीवंत करना, बंगलूरू के आयंगर योग शिक्षक एचएस अरुण ने आधुनिक बीमारियों से बचने के लिए आयुर्वेद और योग से समाधान की जानकादी दी।

डॉ. राघवन रामनकुट्टी, शारदा राघवन ने कहा कि आयुर्वेद एक उपचार प्रणाली है, जो शारीरिक, मनोवैज्ञानिक और योग को जोड़ती है। स्वामी स्वत्वानंद वेदांत, माइकल बर्नार्ड बेकविथ, योगिक योग के सह संस्थापक और निदेशक मोहन भंडारी, संदीप देसाई, चेन्नई योग स्टूडियो के संस्थापक रोहिणी मनोहर, डॉ. ईडन ने विभिन्न योग क्रियाओं की जानकारी दी।

डॉ. टोनी नादर ने कहा कि चेतना ही सब कुछ है। योग से चेतना को जागृत किया जा सकता है। वहीं, आचार्य आशीष गिल्होत्रा ने साधकों को प्राकृतिक उपचार की बारीकियां सिखाईं। डॉ. निशि भट्ट ने नाड़ी योग, जर्मनी की शांति मनप्रीत ने हीलिंग ‘क्रिस्टल साउंडिंग हार्ट’, डॉ. स्मिता पंकज नारम ने जीवंत स्वास्थ्य पर चर्चा की।

योग सोमोस्टोडोस फाउंडेशन के अध्यक्ष जय हरि सिंह ने हृदय चक्र संतुलन, जापान के गुमी और हिरोको ने वॉयसिंग द साउंड्स ऑफ योर चक्र की जानकारी दी।

सांध्य कालीन गंगा आरती के बाद भारत सरकार संस्कृति मंत्रालय के सहयोग से उत्तराखंड रंगोत्सव का प्रदर्शन किया गया। इसमें उत्तराखंड के लोकनृत्य, पारंपरिक, कलात्मक और सांस्कृतिक छटा देखने को मिली।

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Mar 10 2023, 15:54

जमीन के बदले नौकरी मामले में लालू यादव की बेटी चंदा, रागिनी और हेमा यादव के घर भी पहुंची जांच एजेंसी, राजद ने कहा- हम डरने वाले नही


जमीन के बदले नौकरी के मामले में लालू यादव के परिवार की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही हैं। पटना में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से पूछताछ के बाद राजद सुप्रीमो लालू यादव से सीबीआइ ने पूछताछ की। अब मामले में शुक्रवार की सुबह से ही, देशभर में उनके करीबियों के ठिकानों पर ईडी के द्वारा छापेमारी की जा रही है। अब मामले में बताया जा रहा है कि लालू की तीन बेटियों चंदा, रागिनी और हेमा यादव के घर पर भी जांच एजेंसी ने छापा मारा है। वहां टीम करीब 11 बजे पहुंची है। छापेमारी को लेकर एक बार फिर से बिहार की राजनीति काफी गर्म हो गयी है।

राजद ने कहा- ईडी और सीबीआइ से नहीं डरते

ईडी की छापेमारी पर राजद की तरफ से पहली प्रतिक्रिया दी गयी है। पार्टी की तरफ से साफ कहा गया है कि वो ईडी और सीबीआई से हम डरने वाले नहीं है। पार्टी का आरोप है कि केंद्र सरकार जांच एजेंसियों का गलत इस्तेमाल कर रही है। मगर इसका फल उसे 2024 और 2025 के चुनाव में देखने के लिए मिलेगा।

क्या है लैंड फॉर जॉब का मामला

पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद के परिवार को तोहफे में जमीन दे कर या जमीन बेचने के बदले में रेलवे में कथित तौर पर नौकरी पाने से संबंधित यह मामला है। इस मामले में सीबीआइ द्वारा 18 मई,2022 को लालू प्रसाद, राबड़ी देवी, मीसा भारती, हेमा यादव समेत 16 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी थी।

आरोप पत्र हो चुका है दायर

लालू प्रसाद, राबड़ी और मीसा भरती समेत 16 आरोपितों के खिलाफ सीबीआइ ने अक्तूबर,2022 में आरोप पत्र दायर किया है। आरोप पत्र के मुताबिक रेल मंत्री के रूप में लालू प्रसाद ने बिना विज्ञापन के ग्रुप डी में कई लोगों को नौकरी दी। इसके बदले में आवेदकों की जमीन लिखवायी गयी।

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Mar 10 2023, 15:47

भारत में एच3एन2 वायरस, जिसे हॉन्गकॉन्ग फ्लू भी कहते हैं, इसके 90 केसों की हुई पुष्टि, एच1एन1 वायरस के भी आठ केस रिपोर्ट हुए


भारत में इन्फ्लुएंजा वायरस एच3एन2 से पहली मौत का मामला सामने आया है। बताया गया है कि कर्नाटक के हासन के रहने वाले एक 82 वर्षीय व्यक्ति की इस वायरस से मौत की पुष्टि हुई है। जिला स्वास्थ्य अधिकारी के मुताबिक, मृत का नाम हीरा गौड़ा है। उसकी एक मार्च को मौत हुई थी। अब टेस्टिंग में पता चला है कि वह एच3एन2 वायरस से संक्रमित था।

अधिकारी ने बताया कि हीरा गौड़ा डायबिटीज और हाइपरटेंशन से भी पीड़ित था। उसे 24 फरवरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था और एक मार्च को उसकी मौत हो गई। छह मार्च को उसकी टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। 

गौरतलब है कि पांच दिन पहले ही कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के. सुधाकर ने एच3एन2 के मामलों को लेकर अफसरों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक की थी। स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक, केंद्र ने हर हफ्ते 25 टेस्ट्स का टारगेट रखा है। उन्होंने कहा कि यह संक्रमण 15 साल से छोटे बच्चों और 65 साल से ज्यादा उम्र के लोगों में ज्यादा देखा जाता है। 

गौरतलब है कि देश में इस वक्त एच3एन2 वायरस, जिसे हॉन्गकॉन्ग फ्लू भी कहते हैं, इसके 90 केसों की पुष्टि हो चुकी है। इसके अलावा एच1एन1 वायरस के भी आठ केस रिपोर्ट हुए हैं। इस तरह के मामलों के देश में बढ़ने पर डॉक्टरों ने भी बयान जारी किए हैं। इससे संक्रमित लोगों में बुखार, सर्दी, कफ, सांस लेने में समस्या देखी गई है। इसके अलावा उन्हें बदनदर्द, गले में खराश और डायरिया की शिकायत हो सकती है। यह लक्षण एक हफ्ते तक रहते हैं।

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Mar 10 2023, 15:45

दिल्ली की सड़कों पर पोस्टरबाजी से राजनीतिक तापमान बढ़ा, स्लोगन लिखे हैं, जो भ्रष्टाचारी है, वही देशद्रोही है" "सरगना केजरीवाल अभी बाकी है"


दिल्ली में आबकारी नीति में हुए कथित शराब घोटाले में मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद भाजपा आम आदमी पार्टी की सरकार और सीएम केजरीवाल को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ रही है। अब दिल्ली भाजपा ने एक नया पोस्टर जारी किया है, जिसमें दिल्ली सरकार के पूर्व सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया को घोटाले बाजों की छवि में दिखाया गया है।

"सरगना केजरीवाल अभी बाकी है"

भाजपा द्वारा जारी इस पोस्टर में मनीष सिसोदिया के हाथ में शराब की एक बोलत लिए हुए दिख रहे हैं, जबकि सत्येंद्र जैन अपने हाथों में कुछ नोट लिए हुए नजर आ रहे हैं। इस पोस्टर को दिल्ली भाजपा ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर शेयर कर लिखा- मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र तो झांकी है, इनका सरगना केजरीवाल अभी बाकी है।इससे पहले भाजपा ने दिल्ली सरकार और पूर्व मंत्रियों पर हमला करते हुए कई पोस्टर जारी किए थे।

कांग्रेस कार्यालय के बाहर भी लगे थे पोस्टर

वहीं, कुछ दिनों पहले कांग्रेस कार्यलयों के बाहर भी पोस्टर लगे थे, जिसमें पूर्व उपमुख्यमंत्री को सलाखों के बीच खड़ा हुआ दिखाया गया था। साथ ही इस पोस्टर पर एक नारा "जो भ्रष्टाचारी है, वही देशद्रोही है" लिखा हुआ भी नजर आ रहा था।

बता दें कि सीबीआई ने आबकारी नीति मामले में सिसोदिया को फरवरी में गिरफ्तार किया था, जबकि कोलकाता की एक कंपनी से जुड़े हवाला लेनदेन के एक मामले में जैन को ईडी ने 2022 में गिरफ्तार किया था।

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Mar 10 2023, 15:34

मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की कार ने बाइक सवार युवक को मारी टक्कर युवक गंभीर रूप से जख्मी, पुलिस ने पूर्व सीएम की कार जब्त की

मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की कार से बाइक सवार युवक की टक्कर हो गई। हादसा राजगढ़ जिले में हुआ। बताया जा रहा है कि युवक अचानक कार के सामने आ गया। टक्कर से युवक बाइक से उछलकर खंभे से टकरा गया। उसे पहले जीरापुर अस्पताल लाया गया, बाद में गंभीर हालत होने पर भोपाल रेफर कर दिया गया। दिग्विजय सिंह का कहना है कि युवक अचानक कार के सामने आ गया था, हालांकि उसे ज्यादा चोट नहीं आई है। मैंने युवक को अस्पताल भिजवाया, अस्पताल में उससे मिला भी। इस घटना का वीडियो भी सामने आया है। 

 

युवक भोपाल रेफर, पुलिस ने जब्त कर ली पूर्व सीएम की कार

जानकारी के अनुसार पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह गुरुवार को जिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रकाश पुरोहित की माताजी के देहांत पर शोक संवेदना व्यक्त करने कोड़क्या गांव गए थे। जब वे लौट रहे थे तभी जीरापुर में शिक्षक कॉलोनी के पास बाइक सवार 25 वर्षीय बबलू पिता मांगीलाल बागरी दिग्विजय सिंह की कार के सामने आ गया। कार और बाइक की टक्कर हो गई। बबलू बाइक से उछलकर पास में लगे खंभे से जा टकराया। 

हादसे के बाद दिग्विजय सिंह कार से उतरे और युवक का हालचाल लिया। सूचना मिलने पर ब्यावरा के पूर्व विधायक पुरुषोत्तम दांगी भी मौके पर पहुंचे और घायल को जीरापुर अस्पताल पहुंचाया। दिग्विजय सिंह भी अस्पताल पहुंचे, उन्होंने अस्पताल में चिकित्सकों से घायल युवक के हालचाल के बारे में जानकारी ली और बेहतर इलाज मुहैया कराने के लिए कहा। युवक के सिर में चोट होने के चलते उसे भोपाल रेफर कर दिया गया। बताया जा रहा है कि भोपाल में दिग्विजय सिंह ने स्वयं निजी अस्पताल में इंतजाम करवाया है।

दिग्विजय की कार जब्त

हादसे के बाद जीरापुर पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर लापरवाही से कार चलाने को लेकर ड्राइवर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की कार को जब्त कर लिया है। दिग्विजय सिंह दूसरी कार से राजगढ़ के लिए रवाना हुए।

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Mar 10 2023, 15:23

*पीएम मोदी ने ऑस्ट्रेलियाई पीएम के सामने उठाया हिंदू मंदिरों पर हमले का मसला, अल्बनीज ने दिया सुरक्षा का आश्वासन*

#pm_modi_raised_the_issue_of_attacks_on_temples_australian 

पिछले कुछ समय से ऑस्ट्रेलिया में हिंदुओं की आस्था के केंद्र मंदिरों पर हमले किए जा रहे हैं। इन हमलों के पीछे खालिस्तानी तत्वों का हाथ बताया जा रहा है। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज इस समय भारत दौरे पर हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने ऑस्ट्रेलियाई पीएम अल्बनीज के सामने इस मुद्दे को उठाया है।

पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज के साथ दिल्ली में प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की। मुलाकात के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने ऑस्ट्रेलियाई पीएम के साथ संयुक्त प्रेस वार्ता की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अल्बनीज के साथ वार्ता के बाद संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि ऑस्ट्रेलिया में मंदिरों पर हमले की खबरें नियमित रूप से आ रही हैं। स्वाभाविक है, ऐसे समाचार भारत में सभी लोगों को चिंतित करते हैं और हमारे मन को व्यथित करते हैं। इन भावनाओं और चिंताओं से प्रधानमंत्री अल्बनीज को अवगत कराया। उन्होंने मुझे आश्वस्त किया है कि भारतीय समुदाय की सुरक्षा उनके लिए विशेष प्राथमिकता है।

पीएम मोदी ने आगे कहा, भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी में सुरक्षा सहयोग एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। हमने आज हिंद और प्रशांत क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि हमारी टीमें हमारे दोनों देशों के बीच व्यापक आर्थिक समझौते पर काम कर रही हैं।

बता दें कि पिछले दो महीने में ऑस्ट्रेलिया में कम-से-कम 5 बार हिंदू मंदिरों को निशाना बनाया गया है। 4 मार्च को ब्रिस्बेन के बरबैंक उपनगर में श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर पर हिंदू विरोधी और भारत विरोधी तस्वीरें बना दी गई थीं। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तोड़फोड़ को खालिस्तानी समर्थक समर्थकों ने अंजाम दिया थ। तोड़फोड़ के दौरान बदमाशों ने मंदिर के पास दीवारों पर हिंदू विरोधी, भारत विरोधी और खालिस्तानी समर्थक नारे लिखे थे। इससे पहले 17 फरवरी 2023 को ब्रिस्बेन को गायत्री माता मंदिर के पुजारी को महाशिवरात्रि ना मनाने की चेतावनी दी गई थी।

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Mar 10 2023, 14:25

*कोरोना के बाद H3N2 वायरस का कहर, हरियाणा और कर्नाटक में एक-एक मौत की खबर*

#indiareports2deathsduetoh3n2influenzavirus 

कोरोना के बाद अब H3N2 वायरस (इन्फ्लूएंजा वायरस) ने अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। यही नहीं ये वायरस जानलेवा भी होता जा रहा है। H3N2 इन्फ्लूएंजा की वजह से देश में अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है।स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, H3N2 वायरस से देश में अब तक 2 लोगों की मौत हो चुकी है। इस वायरस की चपेट में आने के बाद एक मौत हरियाणा, जबकि दूसरी मौत कर्नाटक में हुई है।

देश में अब तक H3N2 इन्फ्लुएंजा के कुल 90 मामले और H1N1 के आठ मामले सामने आए हैं।इन्फ्लूएंजा के तीन प्रकार होते हैं. H1N1, H3N2 और इन्फ्लूएंजा B जिसको यामा गाटा कहा जाता है. भारत में फिलहाल दो तरह के इन्फ्लूएंजा वायरस H1N1 और H3N2 की मौजूदगी दर्ज की गई है।

मार्च की शुरुआत में ही भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के विशेषज्ञों ने कहा था कि भारत में पिछले दो-तीन महीने से लगातार खांसी और किसी-किसी मामले में बुखार के साथ खांसी होने का कारण ‘इन्फ्लुएंजा ए’ का उपस्वरूप ‘H3N2’ है। आईसीएमआर के वैज्ञानिकों ने कहा कि पिछले दो-तीन महीने से व्यापक रूप से व्याप्त H3N2 अन्य उपस्वरूपों की तुलना में रोगी के अस्पताल में भर्ती होने का बड़ा कारण है।

आईएमए ने जारी की एडवाइजरी

इसको लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने भी एडवाइजरी जारी की है। इस बीमारी में आपको तेज बुखार, तेज सिरदर्द, शरीर में दर्द, गले में दर्द, तेज खांसी, सर्दी जुकाम फेफड़े जाम पड़ जाने सी परेशानियां होती हैं। अगर आपको भी ऐसे लक्षण नजर आ रहे हैं, तो डॉक्‍टर से संपर्क कीजिए। इसके अलावा अगर इसकी चपेट में आते हैं, तो जितना हो सके आराम करें। पानी पीते रहें शरीर को हाइड्रेट रखना बहुत जरूरी होता है। बाहर का खाना बिल्कुल ना खाएं और फ्लूड डाइट लीजिए। इससे आपको आराम जल्दी मिलेगा। इससे बचने के लिए आप फ्लू वैक्सीन जरूर लगवा लीजिए, साथ में जो लोग इससे संक्रमित हैं उनसे दूरी बनाकर रखिए। हाथ को सेनेटाइज करके रखें और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।

आईएमए ने एंटीबायोटिक दवाओं के इस्तेमाल को लेकर किया आगाह

दूसरी ओर, आईएमए ने देश भर में खांसी, जुकाम और जी मिचलाने के बढ़ते मामलों के बीच एंटीबायोटिक दवाओं के अत्यधिक उपयोग को लेकर आगाह किया है।आईएमए ने कहा कि मौसमी बुखार पांच से सात दिनों तक रहेगा। आईएमए की एक स्थायी समिति ने कहा कि बुखार तीन दिन में खत्म हो जाएगा, लेकिन खांसी तीन हफ्ते तक बरकरार रह सकती है।

कोरोना के बाद नई चिंता

H3N2 इन्फ्लूएंजा के प्रकोप ने पूरे देश में चिंता बढ़ा दी है। इन्फ्लूएंजा के मामले ऐसे वक्त पर सामने आ रहे हैं, जब तीन साल बाद देश कोरोना महामारी से उबरा था।

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Mar 10 2023, 13:38

न्यूयॉर्क टाइम्स में कश्मीर पर विवादित लेख पर बरसे अनुराग ठाकुर, कहा-भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा

#anuragthakurhitsbackonnyteditorial 

केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने न्यूयॉर्ट टाइम्स में छपे लेख को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है।अनुराग ठाकुर ने कश्मीर में प्रेस की स्वतंत्रता पर छापे गए एक लेख को लेकर ‘द न्यू यॉर्क टाइम्स’ को जमकर फटकार लगाई है।ठाकुर ने न्यूयॉर्क टाइम्स पर भारत के बारे में "झूठ फैलाने" का आरोप लगाते हुए लेख को "शरारती और काल्पनिक" बताया है।

कुछ विदेशी मीडिया भारत को लेकर झूठ फैला रहे-ठाकुर

केंद्रीय मंत्री ने एक के बाद एक कई ट्वीट करते हुए कहा, न्यूयॉर्क टाइम्स ने भारत के बारे में कुछ भी प्रकाशित करते समय तटस्थता के सभी ढोंगों को बहुत पहले छोड़ दिया था। कश्मीर में प्रेस की स्वतंत्रता पर न्यूयॉर्क टाइम्स का तथाकथित ओपिनियन अंश शरारती और काल्पनिक है, जिसे भारत और उसके लोकतांत्रिक संस्थानों और मूल्यों के बारे में प्रोपेगेंडा फैलाने के एकमात्र उद्देश्य से प्रकाशित किया गया है। अनुराग ठाकुर ने कहा, न्यूयॉर्क टाइम्स और कुछ अन्य उसके जैसे विदेशी मीडिया भारत और हमारे लोकतांत्रिक रूप से चुने गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में झूठ फैला रहे हैं। ऐसा झूठ लंबे समय तक नहीं चल सकता है।

न्यूयॉर्क टाइम्स की ओर से झूठ फैलाया गया-ठाकुर

ठाकुर ने कहा, भारत में लोकतंत्र है और हम लोग बहुत परिपक्व हैं और हमें ऐसे एजेंडे से चलने वाले मीडिया से लोकतंत्र के व्याकरण को सीखने की जरूरत नहीं है। कश्मीर में प्रेस की आजादी के खिलाफ न्यूयॉर्क टाइम्स की ओर से फैलाया गया यह झूठ निंदनीय है। भारत के लोग ऐसी मानसिकता को यहां की धरती पर इस तरह का अपना एजेंडा नहीं चलाने देंगे।

क्या कहता है न्यूयॉर्क टाइम्स का लेख

बता दें कि न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपने संपादकीय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार की कश्मीर में दमनकारी मीडिया पॉलिसी की आलोचना की है। संपादकीय में कहा गया है कि जम्मू कश्मीर में जानकारी का अभाव है, प्रेस को दबाया जा रहा है। अगर मोदी कश्मीर के मॉडल को देशभर में लागू करने में सफल होते हैं तो सिर्फ मीडिया की स्वतंत्रता पर खतरा नहीं पैदा होगा बल्कि भारत के लोकतंत्र पर भी खतरा खड़ा हो जाएगा।

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Mar 10 2023, 11:44

*लगातार तीसरी बार चीन के राष्ट्रपति बने शी जिनपिंग, जानें कैसे तोड़ी परंपरा*

#xijinpingelectedpresidentofchinafor_third 

शी जिनपिंग तीसरी बार चीन के राष्ट्रपति बन गए हैं। शुक्रवार को आधिकारिक तौर पर जिनपिंग को चीन का अगला राष्ट्रपति चुन लिया गया। चीन की राजनीति में ऐसा कई दशकों बाद हो रहा है जब कोई नेता लगातार तीसरी बार देश के राष्ट्रपति के रुप में देश के शासन की बागडोर अपने हाथों से संचालित करेगा। 

नेशनल पीपुल्स कांग्रेस (एनपीसी) के लगभग 3,000 सदस्यों ने सर्वसम्मति से शी जिनपिंग को राष्ट्रपति बनाने के लिए मतदान किया। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि चुनाव में कोई अन्य उम्मीदवार नहीं था। शी को चीन के केंद्रीय सैन्य आयोग के अध्यक्ष के रूप में तीसरे कार्यकाल के लिए भी चुना गया है। बीते साल अक्टूबर में चीन की पीपल्स पार्टी की सालाना नेशनल पीपल्स कांग्रेस का आयोजन किया गया था। उसी नेशनल पीपल्स कांग्रेस में शी जिनपिंग को सर्वोच्च नेता चुना गया था। शुक्रवार को जिनपिंग ने आधिकारिक तौर पर अपना पद संभाल लिया। शुक्रवार को ही जिनपिंग को चीन के सेंट्रल मिलिट्री कमीशन का अध्यक्ष भी चुन लिया गया। 

40 साल पुराना नियम टूट गया

शी जिनपिंग के सत्ता में आने से पहले चीन के राष्ट्रपति पांच साल के दो कार्यकाल या अधिकतम 68 साल की उम्र तक ही राष्ट्रपति रह सकते थे लेकिन साल 2013 में सत्ता में आए शी जिनपिंग ने इस नियम को खत्म कर दिया। यही वजह है कि शी जिनपिंग 69 साल के होने और दो कार्यकाल सफलतापूर्वक कर लेने के बाद भी तीसरी बार अभूतपूर्व तरीके से देश के राष्ट्रपति चुने गए। तीसरी बार शी जिनपिंग के राष्ट्रपति बनने के बाद चीन की कम्युनिस्ट पार्टी का 40 साल पुराना नियम टूट गया। 

माओ त्से तुंग के बाद सबसे शक्तिशाली नेता

1976 में मॉर्डन चीन के जनक माओ त्से तुंग यानी माओ की मौत के बाद ऐसा पहली बार होने जा रहा है जब चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ने अपना इकबाल शी जिनपिंग को सौंप दिया है। जिनपिंग से पहले माओ ही ऐसे नेता रहे जिन्होंने 1949 से लेकर 1976 तक देश की सत्ता संभाली थी। उनको मॉर्डन चीन का जनक माना जाता है, जिनके नेतृत्व में चीन की क्रांति सफल हुई थी। वह एक राजनीतिक विचारक थे और उन्होंने ही चीन की एकमात्र ताकतवर राजनीतिक पार्टी सीसीपी की स्थापना की थी।

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Mar 10 2023, 11:22

तिहाड़ से सिसोदिया ने देश के नाम लिखी चिट्ठी, कहा- भले ही जेल की राजनीति सफल हो रही, लेकिन...

#manishsisodialetterfromtihar_jail 

दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया इस समय शराब घोटाले मामले में तिहाड़ जेल में बंद हैं। गिरफ्तारी के बाद आज उनकी जमानत पर कोर्ट में सुनवाई होनी है। लेकिन उससे एक दिन पहले ही प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने दिल्ली एक्साइज घोटाला मामले में उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इस बीच मनीष सिसोदिया का तिहाड़ जेल से देश के नाम लिखा पत्र सामने आया है। इस पत्र को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्विटर पर शेयर किया है। केजरीवाल ने लिखा कि मनीष सिसोदिया ने जेल से देश के नाम पत्र लिखा। बीजेपी लोगों को जेल में डालने की राजनीति करती है, हम बच्चों को पढ़ाने की राजनीति कर रहे हैं। जेल भेजना आसान है, बच्चों को पढ़ाना बहुत मुश्किल। 

मनीष सिसोदिया ने अपनी चिट्ठी का शीर्षक 'शिक्षा, राजनीति और जेल' लिखा है। भाजपा की केंद्र सरकार पर षड्यंत्र का आरोप लगाते हुए सिसोदिया ने अपने पत्र में लिखा कि भाजपा लोगों को जेल में डालने की राजनीति कर रही है। हम बच्चों को पढ़ाने की राजनीति कर रहे हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का गुनाह इतना है कि प्रधानमंत्री के समक्ष वैकल्पिक राजनीति खड़ी कर दी, इसलिए केजरीवाल सरकार के दो मंत्री फिलहाल जेल में हैं। जेल की राजनीति भले ही सफल होते दिख रही है, लेकिन भारत का भविष्य स्कूल की राजनीति में है। 

सिसोदिया का सवाल- क्यूं शिक्षा को सफल राजनीति ने हमेशा हाशिए पर रखा?

सिसोदिया ने पत्र में केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सत्ता के खिलाफ उठने वाली हर आवाज को जेल भेजने की धमकी देकर सत्ता चलाना, देश के हर बच्चे के लिए शानदार स्कूल-कॉलेज खोलने और चलाने से कहीं ज्यादा आसान है। जेल से अपने हाथों से लिखे पत्र में बीजेपी और केंद्र सरकार पर सीधा निशाना साधा है। उन्होंने लिखा कि पूरे देश में पूरी राजनीति तन-मन और धन से जुट गई होती तो आज हमारे देश में हर बच्चे के लिए विकसित देशों की तरह अच्छे से अच्छे स्कूल होते। उन्होंने कहा कि दिल्ली के शिक्षा मंत्री के रूप में काम करते हुए बहुत बार ये सवाल मन में उठता है कि देश और राज्य की सत्ता तक पहुंचे नेताओं ने देश के हरेक बच्चे के लिए शानदार स्कूल और कॉलेज का इंतजाम क्यूं नहीं किया? क्यूं शिक्षा को सफल राजनीति ने हमेशा हाशिए पर रखा?

राजनीति में सफलता जेल चलाने से मिल रही है-सिसोदिया

पत्र में लिखा है कि जेल के अंदर से देख पा रहा हूं कि जब राजनीति में सफलता जेल चलाने से मिल जा रही है तो स्कूल चलाने की राजनीति की भला कोई जरूरत क्यों महसूस करेगा। सत्ता के खिलाफ उठने वाली आवाज को जेल भेजना बच्चों के लिए अच्छे स्कूल-कॉलेज खोलने से कहीं ज्यादा आसान है।  

लोकगायिका नेहा सिंह राठौर का भी जिक्र

सिसोदिया ने उत्तर प्रदेश को लोकगायिका नेहा सिंह राठौर का जिक्र करते हुए कहा कि असहमति व्यक्त करने वाले एक लोक गायक को सरकार की ओर से कारावास की धमकी दी गई थी। इसी तरह, जब एक कांग्रेस प्रवक्ता ने पीएम मोदी के संदर्भ में एक शब्द का इस्तेमाल किया, तो दो राज्यों की पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।

आने वाला कल शिक्षा की राजनीति का होगा-सिसोदिया

सिसोदिया ने तीन पन्नों की चिट्ठी लिखी है। उन्होंने कहा, आज जरूर जेल की राजनीति सफल होती दिख रही है लेकिन भारत का भविष्य स्कूल की राजनीति में है, शिक्षा की राजनीति में है। भारत विश्वगुरू बनेगा तो इसलिए नहीं कि यहां की जेलों में इतनी ताकत है, बल्कि इसके दम पर ही यहां की शिक्षा में कितनी ताकत है। भारत की आज की राजनीति में जेल की राजनीति का पलड़ा भारी जरूर है लेकिन आने वाला कल शिक्षा की राजनीति का होगा।